सारे तीरथ धाम आपके चरणों में लिरिक्स हिंदी

सारे तीरथ धाम आपके चरणों में,
हे गुरुदेव प्रणाम आपके चरणो में ॥

ह्रदय में माँ गौरी लक्ष्मी,
कंठ शारदा माता है,
जो भी मुख से वचन कहे वो,
वचन सिद्ध हो जाता है,
है गुरु ब्रह्मा है गुरु विष्णु,
है शंकर भगवान आपके चरणो में,
हे गुरुदेव प्रणाम आपके चरणो में ॥

जनम के दाता मात पिता है,
आप करम के दाता है,
आप मिलाते है ईश्वर से,
आप ही भाग्य विधाता हैं,
दुखिया मन को रोगी तन को,
मिलता है आराम आपके चरणो में,
हे गुरुदेव प्रणाम आपके चरणो में ॥

निर्बल को बलवान बना दो,
मूर्ख को गुणवान प्रभु,
‘देवकमल’ और ‘बंसी’ को भी,
ज्ञान का दो वरदान प्रभु,
हे महादानी हे महाज्ञानी,
रहूँ मैं सुबहो श्याम आपके चरणो में,
हे गुरुदेव प्रणाम आपके चरणो में ॥

दोहा – कर्ता करे न कर सके,
पर गुरु करे सब होय,
सात द्वीप नौ खंड में,
गुरु से बड़ा ना कोय ॥

मैं तो सात समुन्द्र की मसि करूं,
लेखनी सब बन राय,
सब धरती कागज़ करूँ,
पर गुरु गुण लिखा ना जाए ॥

सारे तीरथ धाम आपके चरणों में,
हे गुरुदेव प्रणाम आपके चरणो में ॥

सारे तीरथ धाम आपके चरणों में

“सारे तीर्थ धाम आपके चरणों में” यह एक प्रसिद्ध हिंदी भजन है जो भक्तों के द्वारा अत्यंत प्रिय और प्रशंसित है। इस भजन में भक्त अपने गुरु या ईश्वर के पावन चरणों की महिमा और महत्व की प्रशंसा करता है।

यह भजन एक आराधनात्मक गान है, जिसमें भक्त अपनी भक्ति और समर्पण के माध्यम से अपने गुरु या ईश्वर के समीपता को व्यक्त करता है। भजन की पंक्तियों में आपके चरणों की पवित्रता और शक्ति का वर्णन किया गया है और उन्हें सारे तीर्थ स्थानों के समान दर्शाया गया है। इसके माध्यम से यह दर्शाया जाता है कि आपके चरणों की पूजा करने से व्यक्ति को सभी तीर्थ स्थलों का फल प्राप्त होता है।

इस भजन की संगीतिकता और गाने की धुन भक्ति और आनंद की अनुभूति को बढ़ाती है। गायक और संगीतकार इस भजन को भावपूर्ण ढंग से प्रस्तुत करने का प्रयास करते हैं ताकि श्रद्धालुओं का मन मोह लें और उन्हें आपके चरणों के समीप ले जाएं।

“सारे तीर्थ धाम आपके चरणों में” भजन के माध्यम से भक्त अपनी मनोयोग को आपकी ओर प्रवृत्त करता है और आपके पावन चरणों की सराहना करता है। यह भजन भक्ति और समर्पण के भाव को प्रकट करता है और श्रद्धालुओं को आपकी पावनता और शक्ति में समर्पित होने का अनुभव कराता है।

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